उत्तर प्रदेश। कासगंज में पुलिस पर जानलेवा हमला करने वाले एक आरोपी को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया। हालांकि मुख्य आरोपी मोती धीमर अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। कासगंज में शराब माफिया द्वारा सिपाही की हत्या और दारोगा के गंभीर रूप से घायल होने के बाद योगी सरकार ने शराब माफियाओं पर शिकंजा कसते हुए आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिया है दिया है। वही कासगंज जिले में शराब माफिया के हमले में शहीद हुए सिपाही देवेंद्र सिंह का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटा उनके पैतृक गांव नगला बिंदु थाना डौकी, आगरा में पहुंचते ही कोहराम मच गया। परिवार को शहीद के अंतिम दर्शन कराने के बाद विदाई दी गई।
ज्ञातव्य है कि कासगंज में शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने के दौरान शराब माफियाओं द्वारा दरोगा और सिपाही को बंधक बनाकर लाठी-डंडों से दोनों की पिटाई की थी। जिसमें सिपाही की मौत हो गई। मुख्यमंत्री ने शहीद पुलिसकर्मी के परिवार के प्रति गहरी संवेदना जताते हुए 50 लाख की आर्थिक सहायता और आश्रित को सरकारी नौकरी देने के निर्देश दिए हैं।
आबकारी मंत्री रामरेशन अग्निहोत्री ने कहा कि घटना के बाद एक शराब माफिया का एनकाउंटर हुआ है। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी भी जल्द से जल्द होगी। उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि घटना बेहद हैरान करने वाली है। उत्तर प्रदेश सरकार शराब माफिया तंत्र को नेस्तनाबूद करने के लिए लंबे समय से काम कर रही है। इस अभियान में यूपी पुलिस ने एक हद तक सफलता भी हासिल की है। जो कुछ लोग बचे हैं उनके खिलाफ और सख्त कार्रवाई कराई जाएगी।