नई दिल्ली। जहां एक और आज पूरी दुनिया वैलेंटाइन डे मना रही है, वही भारत पुलवामा आतंकी हमले मैं शहीद हुए जवानों को याद करते हुए आज के दिन को ब्लैक डे के रूप में मना रहे हैं। 14 फरवरी, 2021 को पुलवामा आतंकी हमले के दो साल पूरे हो गए जब एक आत्मघाती हमलावर द्वारा सुरक्षाबलों को ले जा रहे वाहन पर आईईडी से लदे वाहन से टक्कर मारने के बाद 40 बहादुर भारतीय सैनिक मारे गए। पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद (JeM) ने इस आतंकवादी हमले के लिए जिम्मेदारी का दावा किया था। बहादुरों के बलिदान को याद करते हुए, सभी देशवासियों ने सोशल मीडिया पर सीआरपीएफ कर्मियों को श्रद्धांजलि दी। #PulwamaAttack इस समय ट्विटर पर लगभग 70,000 ट्वीट्स के साथ ट्रेंड कर रहा है।
ज्ञातव्य है कि सीआरपीएफ के काफिले पर हमला 14 फरवरी, 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में हुआ था। 22 वर्षीय आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार ने विस्फोटक से भरे वाहन को बस में घुसा दिया। काफिले में 78 बसें थीं जिनमें लगभग 2500 कर्मचारी जम्मू से श्रीनगर की यात्रा कर रहे थे।
कुछ दिनों बाद भारत ने पाकिस्तान में JeM के बालाकोट आतंकी प्रशिक्षण शिविर पर हवाई हमला किया। भारत ने आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन (MFN) का दर्जा भी वापस ले लिया था। अंतरराष्ट्रीय समुदायों ने भी आतंकी हमले के मद्देनजर भारत को अपना मजबूत समर्थन व्यक्त किया था।
हमले में मारे गए सभी 40 जवानों के नाम वाले स्मारक का उद्घाटन 14 फरवरी, 2020 को पुलवामा के लेथपोरा शिविर में सीआरपीएफ के प्रशिक्षण केंद्र में किया गया था। स्मारक को सभी 40 सैनिकों के नाम और उनकी तस्वीरों और सीआरपीएफ के आदर्श वाक्य - "सेवा और निष्ठा" (सेवा और वफादारी) के साथ अंकित किया गया है।
ट्विटर पर भी लगातार लोग शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। एक ट्विटर यूजर ने कहा कि पीछे से बहादुरों पर हमला किया गया। एक यूजर ने उस आतंकी हमले को उस पल की संज्ञा दी, जब पूरा भारत रोया था। एक यूजर ने कहा कि वे एक असाधारण व्यक्ति थे जिन्होंने हमारे देश की सेवा और रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित किया।
बताते चलें कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) एएसआई मोहन लाल, जिन्होंने 2019 में पुलवामा हमले के दौरान अपनी जान गंवा दी, उन्हें इस साल गणतंत्र दिवस 2021 की पूर्व संध्या पर मरणोपरांत राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया। मोहन लाल को 14 फरवरी, 2019 को आत्मघाती हमलावर और 40 CRPF कर्मियों की हत्या करने वाले काफिले की एक बस में सवार होने से पहले कार को रोकने के लिए IED लादेन कार को स्पॉट करने और फायर करने के लिए मेडल से सम्मानित किया गया था।
वही गृह मंत्री अमित शाह ने पुलवामा हमले की दूसरी बरसी पर सीआरपीएफ के सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि मैं उन बहादुर शहीदों को नमन करता हूं जिन्होंने 2019 में इस दिन भीषण पुलवामा हमले में अपनी जान गंवाई। भारत उनके असाधारण साहस और सर्वोच्च बलिदान को कभी नहीं भूलेगा।