मुरादाबाद। सात साल पहले कांठ प्रकरण में गुरुवार को सुनवाई के दौरान केबिनेट मंत्री भूपेंद्र सिंह, विधायक समेत कई भाजपाई पेश हुए। एमपी-एमएलए की विशेष अदालत में गवाही होनी है।
ज्ञातव्य है कि जून, 2014 में कांठ के अकबरपुर चेंदरी में बवाल हुआ था। लाउडस्पीकर लगाने को लेकर बुलाई गई पंचायत को रोकने के लिए पुलिस ने सख्ती की। जिस पर पुलिस व ग्रामीण क्षेत्रों के लोग आमने सामने आ गए। भाजपाइयों को पंचायत में रोकने के लिए पथराव लाठीचार्ज हुआ। इसे लेकर थाने में तीन एफआईआर दर्ज हुआ। रेलवे में भी मुकदमा कायम हुआ। इस मामले में कोरोना महामारी से पहले एक सिपाही की गवाही हो चुकीं है। गुरुवार को भी तत्कालीन एसओ की गवाही होनी है।